चक्रवाती तूफान बिपरजॉय कुछ ही देर में गुजरात के तट से टकराएगा. तट पर 100 KMPH की रफ्तार से तेज हवा चलनी शुरू हो गई है. भारत सरकार की तरफ से तूफान से होने वाले नुकसान को रोकने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं. भारतीय सेना, एनडीआरएफ सहित सभी एजेंसियों को तैनात कर दिया गया है. केंद्र सरकार के मंत्री स्वयं हालात की निगरानी कर रहे हैं. गृहमंत्री अमित शाह ने अपना तेलंगाना का दौरा रद्द कर दिया है.
फिलहाल चक्रवाती तूफान बिपारजॉय गुजरात तट से करीब 85 किमी दूर है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, यह सौराष्ट्र और कच्छ और जखाऊ बंदरगाह के पास मांडवी और कराची के बीच पाकिस्तानी तटों को पार करेगा.
श्रेणी 3 के “बहुत गंभीर चक्रवाती तूफान” के रूप में वर्गीकृत, बिपारजॉय के कारण 115-125 किमी प्रति घंटे की अधिकतम हवा की गति पहुंचने की संभावना है. दोपहर बाद हवा की गति बढ़ने की संभावना है.
चक्रवात से निपटने की तैयारियों
गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने चक्रवात से निपटने की तैयारियों की समीक्षा के लिए गांधीनगर स्थित स्टेट इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर में आज एक बैठक की अध्यक्षता की. सरकार ने कहा है कि अब तक कच्छ, जामनगर, मोरबी, राजकोट, देवभूमि द्वारका, जूनागढ़, पोरबंदर और गिर सोमनाथ के आठ तटीय जिलों में लगभग एक लाख लोगों को अस्थायी आश्रयों में ले जाया गया है.
राहत और बचाव कार्य के लिए राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) और राज्य आपदा मोचन बल (SDRF) के अलावा सेना, वायुसेना, नौसेना और सीमा सुरक्षा बल (BSF) के जवानों ने कमर कस ली है. सेना ने भुज, जामनगर, गांधीधाम के साथ-साथ नलिया, द्वारका और मांडवी में अग्रिम स्थानों पर 27 राहत टुकड़ियां तैनात की हैं. वायुसेना ने वड़ोदरा, अहमदाबाद और दिल्ली में एक-एक हेलीकॉप्टर को तैयार रखा है. नौसेना ने बचाव और राहत के लिए ओखा, पोरबंदर और बकासुर में 10-15 टीमों को तैनात किया है, जिनमें से प्रत्येक में पांच गोताखोर और अच्छे तैराक शामिल हैं.
आईएमडी ने कहा कि चक्रवात की दस्तक के दौरान समुद्र में खगोलीय ज्वार से लगभग दो-तीन मीटर ऊंची तूफानी लहरें उठने के कारण प्रभावित जिलों के निचले इलाकों में पानी भरने की संभावना है. विभाग के अनुसार, कुछ जगहों पर तीन से छह मीटर ऊंची लहरें उठ सकती हैं.